tag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post4551366892940396745..comments2024-01-30T13:46:01.722+05:30Comments on रेडियोनामा: प्रोग्राम बढ़िया तो था......लेकिन पता नहीं क्यों......Radionamahttp://www.blogger.com/profile/01219194757101118288noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-77916589738159685702008-01-30T15:15:00.000+05:302008-01-30T15:15:00.000+05:30डॉ चोपड़ा शुक्रिया आपकी राय के लिए । पढ़कर अच्छा ...डॉ चोपड़ा शुक्रिया आपकी राय के लिए । पढ़कर अच्छा लगा । दरअसल ऑडियो मीडियम की अपनी सीमाएं हैं । हमारे सामने संकट ये था कि दस अलग अलग आवाजें आई आई टी के प्रतिभागियों की थीं । और हम दो संचालक । बारह आवाज़ों के बीच कैसे आप प्रतिभागियों की आवाज़ें पहचानेंगे हर बार । इस पर काफी विमर्श हुआ । और फिर इस तरह के फ्लैग लगाने का डिसीज़न हुआ । ये सच है कि तेज़ बीट ने सुनने वालों को थोड़ा सा परेशान किया होगा । पर हमारा सोचना ये था कि इन बीट्स से नाम प्रभावी तरीके से याद रहेंगे । आपकी प्रतिक्रिया से ये तो लगता है, नाम वाक़ई याद रह गये । बहरहाल आगे ख्याल रखा जाएगा । आपकी प्रतिक्रिया पहुंचा दी गयी है ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-75798872145287727182008-01-30T14:12:00.000+05:302008-01-30T14:12:00.000+05:30प्रवीण सर,नमस्कार!सबसे पहले तो मैं आपको सही कर दू...प्रवीण सर,<BR/>नमस्कार!<BR/>सबसे पहले तो मैं आपको सही कर दूँ कि इस कार्यक्रम की जानकारी आपको यूनुस भाई ने दी, न कि उनके छोटे भाई युसूफ जी ने. आप पहले भी उनके नाम में confused थे.<BR/>प्रोग्राम फॉर्मेट की जहाँ तक बात है तो अपनी अपनी राय हो सकती है, पर बीच के गाने तो बिल्कुल प्रश्नों के साथ सटीक जम रहे थे. आई आई टी के ये सारे छात्र एक ही जगह जमा थे इंटर कॉलेज फेस्ट के लिए ये तो हमें प्रोग्राम के पहले ही बता दिया गया था. <BR/>मुझे तो कार्यक्रम बहुत पसंद आया और पसंद आई उन भावी technocrats की बेबाक राय.<BR/>पोस्ट के लिए धन्यवाद.डॉ. अजीत कुमारhttps://www.blogger.com/profile/10047691305665129243noreply@blogger.com