tag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post7493151090766553068..comments2024-01-30T13:46:01.722+05:30Comments on रेडियोनामा: रात के राही - एक अनूठा प्रयोगRadionamahttp://www.blogger.com/profile/01219194757101118288noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-18720033042036027462007-09-22T16:11:00.000+05:302007-09-22T16:11:00.000+05:30लो अच्छा हुआ जो हमने आपकी पोस्ट आज पढ़ ली क्यूंकि ...लो अच्छा हुआ जो हमने आपकी पोस्ट आज पढ़ ली क्यूंकि हम भी हवा महल के बारे मे ही लिख रहे थे। खैर अब फिर किसी दिन !!mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-61712511633112662802007-09-21T20:50:00.000+05:302007-09-21T20:50:00.000+05:30लगता है मुझे ही पुराना रिकॉर्ड को खंगालकर इस झलकी ...लगता है मुझे ही पुराना रिकॉर्ड को खंगालकर इस झलकी का विवरण पता करना होगा । हवामहल पुराने समय में <BR/>हम सभी बड़े शौक़ से सुना करते थे । हवामहल का जिक्र करके आपने कितनी पुरानी यादों को छेड़ दिया है । आपको<BR/>बता दूं कि सन 1957 में विविध भारती की स्थापना के साथ ही हवामहल का आग़ाज़ हुआ था । ये कार्यक्रम आज <BR/>पचास साल बाद भी इसी तरह चल रहा है । ऐसा दूसरा कार्यक्रम है जयमाला । मीडिया में इस तरह का कोई विश्लेषण <BR/>या शोध हुआ नहीं, पर अगर किया जाये तो ये दोनों कार्यक्रम संभवत: विश्व के सबसे लंबे समय तक चलने वाले <BR/>कार्यक्रम साबित होंगे ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-30092029390333848352007-09-21T14:32:00.000+05:302007-09-21T14:32:00.000+05:30हवामहल तो मैने बचपन में कई बार सुना है और उससे कई ...हवामहल तो मैने बचपन में कई बार सुना है और उससे कई मधुर यादें भी जुड़ी हुई है लेकिन आजकल रेडियो जरा कम ही सुनते है इस लिए ये नाट्क सुना नही था लेकिन आप से सुन कर पता चलता है कि कितना प्रभावशाली ये नाट्क रहा होगा, हमसे बाटंने के लिए धन्यवादAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-82605359525830837552007-09-21T14:23:00.000+05:302007-09-21T14:23:00.000+05:30यह कहानी सुनी सुनायी लगती है. :)और हवामहल तो सुनने...यह कहानी सुनी सुनायी लगती है. :)<BR/>और हवामहल तो सुनने में मजा आ जाता है. :)Vikashhttps://www.blogger.com/profile/01373877834398732074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-61853454265517450572007-09-21T12:55:00.000+05:302007-09-21T12:55:00.000+05:30हवा महल इसी समय हम सब ने भी सुना है और ये naatak ...हवा महल इसी समय हम सब ने भी सुना है और ये naatak भी. ये मिनुतेस में इतनी अच्छी स्क्रिप्ट का इस्तेमाल हुआ था की मन बंधा रह जाता था.Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.com