tag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post7611513201388078413..comments2024-01-30T13:46:01.722+05:30Comments on रेडियोनामा: सैलाना के शंकर बा और उनका फ़िलिप्स बहादुर ट्रांज़िस्टरRadionamahttp://www.blogger.com/profile/01219194757101118288noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-52845570558593480312007-09-11T20:50:00.000+05:302007-09-11T20:50:00.000+05:30बहुत अच्छी लगी संजय भाई आपकी पोस्ट क्योंकि इन में ...बहुत अच्छी लगी संजय भाई आपकी पोस्ट क्योंकि इन में ऐसे कई शख्सiyaton का जिक्र है जिन्होंने मुझे किशोरावस्था में रेडियो से जोडा थाManish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-66308577669962970952007-09-11T17:19:00.000+05:302007-09-11T17:19:00.000+05:30yunus रेडियोनामा के ज़रिए वही यादें सामने आ रही है...<A HREF="http://www.blogger.com/profile/12193351231431541587/" REL="nofollow">yunus </A><BR/>रेडियोनामा के ज़रिए वही यादें सामने आ रही हैं जिनका अंदाज़ा था । <BR/>वाक़ई नॉस्टेलजिया भी कितनी अजीब चीज़ है । <BR/>यूं लगता है कि रेडियो और इसके प्रेमियों की यादों का काफिला किस कदर लंबा है ।<BR/>उम्मीद है कि इसी तरह हम इस कारवां को लं.......बा करते जायेंगे । <BR/>संजय भाई बहुत मार्मिक यादें बांटीं हैं आपने । <BR/>आपके पिताजी की यादों का इंतज़ार है ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-82551133842897224242007-09-11T17:18:00.001+05:302007-09-11T17:18:00.001+05:30Aflatoonसही कहा आपने,'शंकर बा हर गाँव में थे'।सूचन...<A HREF="http://www.blogger.com/profile/08027328950261133052/" REL="nofollow">Aflatoon</A><BR/>सही कहा आपने,'शंकर बा हर गाँव में थे'।सूचना विस्फोट के बाद शंकर बा वाली जमात का लोप क्यों हो गया है ?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-39655595222858547992007-09-11T17:18:00.000+05:302007-09-11T17:18:00.000+05:30Aflatoonसही कहा आपने,'शंकर बा हर गाँव में थे'।सूचन...<A HREF="http://www.blogger.com/profile/08027328950261133052/" REL="nofollow">Aflatoon</A><BR/>सही कहा आपने,'शंकर बा हर गाँव में थे'।सूचना विस्फोट के बाद शंकर बा वाली जमात का लोप क्यों हो गया है ?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-39080210480380405872007-09-11T17:16:00.000+05:302007-09-11T17:16:00.000+05:30Ravishankar Shrivastavaसैलाना का कैक्टस गार्डन वैस...<A HREF="http://www.blogger.com/profile/07878583588296216848/" REL="nofollow">Ravishankar Shrivastava</A><BR/>सैलाना का कैक्टस गार्डन वैसे तो अब रखरखाव के कारण मृतप्रायः सा है, फिर भी आकर्षण का केंद्र अब भी बना हुआ है. रतलाम पहली दफा आने वालों को हम सैलाना घुमाने जरूर ले जाते हैं.<BR/><BR/>शंकर बा के बारे में पढ़ कर आनंद आया.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-10974617719564056182007-09-11T17:15:00.000+05:302007-09-11T17:15:00.000+05:30सँजय भाई,बहुत अच्छा लगा आपकी रेडियो से जुडी यादोँ ...सँजय भाई,<BR/>बहुत अच्छा लगा आपकी रेडियो से जुडी यादोँ के बारे मेँ पढना ..हाँ ..अम्कारनाथ श्रीवास्तव अँकल और उनकी पत्नी कव्यत्री श्रीमती कीर्ति चौधरी जी हमारे घर अक्सर आया करते थ और इत्तिफाक ऐसा हुआ करता था कि जब जब वे लोग आ जाते, बिना किसी पूर्व सूचना के, उस दिन अम्मा नेचने की दाल के छोटे समोसे बनाये होते !<BR/>तो ये भी याद आ रहा है ...फिर चाचा जी बी बी सी के लिये काम करने लँदन चले गये थे और उनकी बिटिया का नाम सुकवि सुमित्रा नम्दन पम्त जी का दिया हुआ था " अतिमा " ...आ हा ...कितनी यादेँ है ....क्या भूलोँ क्या याद करूँ ! "<BR/>-- लावण्या<BR/><A HREF="http://www.blogger.com/profile/15843792169513153049/" REL="nofollow">Lavanyam - Antarman </A>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-26220813456442024412007-09-11T17:14:00.000+05:302007-09-11T17:14:00.000+05:30वाह रेडियोनामा से तो कितनी भूली बिसरी बातें सामने ...वाह रेडियोनामा से तो कितनी भूली बिसरी बातें सामने आ रही है। आपने जो नाम बताये उनमें से कई नाम हमने नहीं सुने, या सुने भी हों तो अब याद नहीम आ रहे पर, उन दिनों के बारे में जानना बहुत अच्छा लग रहा है। <BR/>रेडियो के साथ बिताये कई पल याद आ रहे हैं। <BR/>धन्यवाद संजय भाई अपने अनुभव बाँटने के लिये। जारी रहे यह कड़ी। <BR/><A HREF="http://mahaphil.blogspot.com/" REL="nofollow">गीतों की महफिल</A><BR/><A HREF="http://nahar.wordpress.com/" REL="nofollow">॥दस्तक॥</A>Anonymousnoreply@blogger.com