मित्रो,
आज श्री कमल शर्माजी अपने कामसे समय निकाल कर मुझे मिलने आए और कई विषयों पर बातें की, जिसमें हमारे इस ब्लॉग के सभी मित्रो को भी हम दोनों ने याद किया।
मुम्बई जैसे शहर में इतने लंबे अन्तर से मिलने आना अपने काम से समय निकाल कर आना, अपने आपमें ही बहुत बड़ी बात है। समय कहाँ बीत गया वह पता ही नहीं चला। इस प्रथम मुलाक़ात की याद में मुझे प्रतीक रूप भेंट भी दी, जो हमेशा उनकी याद दिलाती रहेगी।
कमलजी ने मुझे पासवर्ड हईजेकिंग के बारे में मुझे जानकारी दी,और बताया कि इसको कैसे रोका जा सके। यह भी समझाया कि समय थोडा सा निकाल कर थोडा लिखा है। उस पर रेडियो श्रीलंका की अन्नापूर्नाजी की पोस्ट पर सूरत जाने के बाद लिखूंगा।
आवजो!!
edit by admin: Sagar Nahar
पियूष जी थोड़ा विस्तार से लिखते तो और अच्छा लगता।
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