मित्रो,
कल जानीमानी संगीतकार जोड़ी कल्याणजी-आणंदजी के बड़े भाई तथा लोगो को हसाने में माहीर स्व काल्याणजी की पूण्य-तिथी थी पर लाईफ़लोगर एंट्री सूचीमेँ अपलोड की गई धूने दिख़ने पर देरी हुई जो इनके स्वरदद्ध किये हुए फिल्म सट्टा बाझार के गीत नींद नां मूझको आये की है, वह कल की बजाय आज प्रस्तूत की जा रही है । पर इस गाने की यह एक नहीं पर तीन अलग अलग कलाकारों की बजाई अलग साझों पर है । तो आप को कोशिश करनी है की यह कोनसे साझ और कौन से वादक कलाकार है वह अंदाझा लगाना है ।
तो सुनिये पहेली धून :
और अब इसी गाने की यह है दूसरी धून जो आप विविध भारती से आधी आधी अंतराल मेँ समय समय पर बजती रहती है ।
और अब सुनीये इसी गाने की तीसरी धून :
नज़दीकी दिनोमेँ यह बात मैं इसी रेडियोनामा पर बताऊँगा ।
धुन कहां है पीयूष भाई?
ReplyDeleteपीयूष भाई
एक बार अनुरोध है देवनागरी लिखते ( टाइप करते) समय मात्राओं की गलतियाँ बहुत हो रही है, उन पर ध्यान दें।
नहीं तो टाइप कर सेव कर दें और किसी भि सदस्य को कहें वह उसे संपादित कर आपके नाम से पोस्ट कर देगा।
श्री सागरभाई,
ReplyDeleteमात्रा की गलतीयों की बात बराबर है पर आपको धूने नहीं मिली उसका ताज्जूब है ।
पियुष