tag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post563731355031895194..comments2024-01-30T13:46:01.722+05:30Comments on रेडियोनामा: मेरे आस-पास बोलते रेडियो-7Radionamahttp://www.blogger.com/profile/01219194757101118288noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-52980203808143458462008-04-08T14:39:00.000+05:302008-04-08T14:39:00.000+05:30सागर जी और अन्नपूर्णा जी आपकी टिप्पणियो के लिये आभ...सागर जी और अन्नपूर्णा जी आपकी टिप्पणियो के लिये आभार।<BR/><BR/><BR/>अन्नपूर्णा जी, आपकी बात सही है पर आपदा के समय रेडियो की भूमिका केवल मौसम की भविष्यवाणी तक ही सीमित नही है। इसकी तैयारी से लेकर बचाव और इसके बाद लम्बे समय तक इससे उबरने तक रेडियो की भूमिका हो सकती है। मौसम की भविष्य़वाणी मे हमारे पंचांग और इससे सम्बन्धित पारम्परिक ज्ञान आज के विज्ञान से अधिक सक्षम है।Pankaj Oudhiahttps://www.blogger.com/profile/06607743834954038331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-75272547256894315762008-04-08T12:36:00.000+05:302008-04-08T12:36:00.000+05:30ऐसे समय पर अक्सर हेम रेडियो ओपरेटर्स मुफ्त में सेव...ऐसे समय पर अक्सर हेम रेडियो ओपरेटर्स मुफ्त में सेवा देते आये हैं परन्तु उनकी भी सीमायें है।सागर नाहरhttps://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3782548319482564737.post-11601591926585705632008-04-08T10:08:00.000+05:302008-04-08T10:08:00.000+05:30रेडियो से संबधित बात आपने अच्छी उठाई है पर आपकी वै...रेडियो से संबधित बात आपने अच्छी उठाई है पर आपकी वैज्ञानिक सोच से मैं सहमत नहीं हूँ। प्राकृतिक आपदा और विज्ञान अक्सर रेल की पटरियों की तरह चलते है। मौसम की जानकारियों का हम सबको अनुभव है किसान और मछुवारे तो अक्सर नुकसान ही उठाते है क्योंकि मौसम का पूर्वानुमान जो विज्ञान देता है उसे अक्सर प्रकृति बदल देती है। <BR/><BR/>अन्नपूर्णाannapurnahttps://www.blogger.com/profile/05503119475056620777noreply@blogger.com