आज भारत का सुनहरा रेडियो चैनल विविध भारती अपनी स्थापना के पचास साल पूरे कर रहा है । मेरे लिए एक सुनहरी सुबह है ये । एक यादगार दिन । किसी ज़माने में मैं विविध भारती का जुनूनी श्रोता हुआ करता था और आज हूं विविध भारती का एक हिस्सा ।
विविध भारती की आवाज़ हूं । मुझे इस बात पर गर्व है ।
विविध भारती पर एक स्नेहसिक्त पोस्ट लिखने का बड़ा मन है ।
पर अभी चलता हूं आठ बजे से दस बजे तक मेरा शो है । आज सारा दिन विविध भारती में
ही बीतेगा । पुराने उदघोषक भी आयेंगे, जिनमें ब्रज भूषण साहनी, किशन शर्मा, मोना ठाकुर, मधुप शर्मा, लोकेंद्र शर्मा वगैरह शामिल हैं । दिन भर पिछले पचास सालों के दौरान की गयी रिकॉर्डिंग्स सुनवाई जायेंगी । शाम चार बजे लता मंगेशकर से रेडियो सखी ममता सिंह की फोन इन बातचीत सुनवाई जायेगी । और भी बहुत कुछ है । आप भी सुनिए और सबको बताईये कि विविध भारती आज पचास साल की हो गयी । और हां इंतज़ार कीजिए इस जश्न की तस्वीरों का ।
रेडियोनामा पर बधाईयों का सिलसिला रूकना नहीं चाहिये ।