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Tuesday, May 11, 2010

गीतों की श्रृंखला जारी - अनमोल मोती फिल्म का गीत

धन्यवाद पीयूष जी, रोमेंद्र सागर जी, युनूस जी। इस श्रृंखला को मैं जारी रख रही हूँ।

वास्तव में रेडियो से मेरा बचपन का साथ हैं। मैं उस उम्र से रेडियो सुनती हूँ जब गानों के शब्द भी मैं ठीक से पकड़ नही पाती थी। सुनते-सुनते गाने अच्छे लगने लगे फिर शुरू हुआ फिल्मे देखने का सिलसिला।

सिनेमाघरों में फिल्मे देखी, सुबह के शो में लगने वाली पुरानी फिल्मे भी देखी, दूरदर्शन पर देखी फिल्मे, वीडियो पर देखी और चैनलों पर देखती रहती हूँ।

ढेर सारे गाने, ढेर सारी फिल्मे। कुछ याद आते हैं, कुछ भूल जाते हैं। कभी गीत के कुछ बोल याद आते हैं, कभी सिर्फ धुन याद रह जाती हैं, कभी गीत बिलकुल भी याद नही आता पर फिल्म का सीन याद आ जाता हैं। कुछ ऐसे भी गीत मन में उभर आते जो सिर्फ मैंने रेडियो से सुने हैं, फिल्मे नही देखी।

इन्ही सुरीले गीतों को एक बार फिर रेडियो से सुनने की चाह में हैं यह श्रृंखला। आज याद आ रहा हैं अनमोल मोती फिल्म का गीत। यह फिल्म साठ के दशक के अंतिम वर्षो या सत्तर के दशक के शुरूवाती वर्ष की हैं। इसमे नायिका बबिता हैं। जितेन्द्र हैं या संजीव कुमार या कोई और, मुझे ठीक से याद नही।

वैसे इस फिल्म के महेंद्र कपूर के गाए गीत कभी-कभार सुनवाए जाते हैं पर आज मैं एक सामूहिक नृत्य गीत याद दिला रही हूँ जिसे बबिता और समूह पर फिल्माया गया हैं जिसे लता जी या आशा जी ने साथियो के साथ गाया हैं। गीत के बोल मुझे याद नही आ रहे हैं।

पता नहीं विविध भारती की पोटली से कब बाहर आएगा यह गीत…

2 comments:

रोमेंद्र सागर said...

पहले तो श्रृंखला जारी रखने का अनुरोध मानने के लिए हार्दिक धन्यवाद... रेडियो से अपना नाता भी बस कुछ इसी तरह का है जैसे आपने बयान किया ....! बचपन छूट जाता है पर उसकी यादें कभी भी नहीं छूटती ...आह आज आपने किस फिल्म के गीतों की याद दिला दी ! अनमोल मोती का एक गाना था " ए जाने चमन तेरा गोरा बदन जैसे खिलता हुआ शबाब ..."
और हम अपनी रचनात्मकता को कुछ इस तरह अभिव्यक्त किया करते थे .." ए जाने चमन , तेरा कोढ़ा बदन , जैसे सूखा हुआ गुलाब...ज़ालिम है तेरी नानी कयामत है तेरा बाप .." हा हा हा ! आह्ह क्या दिन थे....

अच्छा ...यह जिस गाने की आप बात कर रही हैं कहीं यह तो नहीं है ...?
" कोई मेरा बचपन ला दे रे ...
जवानी बनके काँटा खटके ...
मारे दुनिया झटके ....

कुछ ऐसा ही था ...आशा जी का गाया हुआ यह गीत !

आपकी इस श्रृंखला के दीर्घजीवन के लिए शुभकामनायें.....

annapurna said...

शायद यह गीत नही हैं...

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