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Thursday, January 14, 2010

प्यार-मोहब्बत के गानों की दुपहरियों की साप्ताहिकी 14-1-10

आप सबको मकर संक्रांति, पोंगल, माघ बीहू और लोढ़ी की शुभ कामनाएं !

सवेरे के त्रिवेणी कार्यक्रम के बाद क्षेत्रीय प्रसारण तेलुगु भाषा में शुरू हो जाता है फिर हम दोपहर 12 बजे ही केन्द्रीय सेवा से जुडते है। कभी-कभार एकाध मिनट देर से जुड़ते है।

दोपहर 12 बजे का समय होता है इंसटेन्ट फ़रमाइशी गीतों के कार्यक्रम एस एम एस के बहाने वी बी एस के तराने का। हमेशा की तरह शुरूवात में 10 फ़िल्मों के नाम बता दिए गए फिर बताया गया एस एम एस करने का तरीका। पहला गीत उदघोषक की खुद की पसन्द का सुनवाया गया ताकि तब तक संदेश आ सके। फिर शुरू हुआ संदेशों का सिलसिला और इन संदेशों को 12:50 तक भेजने के लिए कहा गया ताकि शामिल किया जा सकें।


शुक्रवार को जानेमन, नमस्ते लन्दन, गैंग स्टर, सिंह इज किंग, बस इतना सा ख़्वाब है, नील एंड निक्की, सलामे इश्क, कमीने, इन नई फिल्मो को लेकर आईं रेणु (बंसल) जी। शनिवार को भी नई फ़िल्में लेकर आईं रेणु (बंसल) जी। इस दिन फरहान अख्तर और फरहा खान को जन्म दिन की बधाई दी गई, साथ ही उनके काम की भी कुछ जानकारी दी, फिल्मे भी कुछ उनकी चुनी गई - मैं हूँ ना, दिल चाहता है, कभी अलविदा ना कहना, लक्ष्य

सोमवार को बढ़िया फिल्मो का चुनाव किया गया और श्रोताओं ने भी लोकप्रिय गीतों के लिए संदेश भेजे - मेरा गाँव मेरा देश, प्रेम रोग, देवता, हमजोली, आन मिलो सजना, जुगनू, मेरे सनम, झुक गया आसमान, रात और दिन। मंगलवार को बेटा, धूम 2, बंटी और बबली, भूल भुलैया के साथ दिल तो पागल है और सोलजर के शीर्षक गीत और इसके अलावा पुरानी फिल्मे बाबी और मैंने प्यार किया भी शामिल रही। बुधवार को फिल्मे रही - जाने तू या जाने न, दोस्ताना, सरफरोश, जिस्म, लन्दन ड्रीम्स, तारारमपम, लव। इस दिन 12:15 से क्षेत्रीय प्रायोजित कार्यक्रम प्रसारित हुआ फिर 12:30 बजे से हम केन्द्रीय सेवा से जुड़े। आज कार्यक्रम की शुरूवात में मकर संक्रांति की शुभकामना दी गई फिर शुरू हुआ मिलेजुले गीतों का सिलसिला। फिल्मे रही - डान, शराबी, खेल खेल में, रफूचक्कर, नो एंट्री, सिंह इज किंग, कल हो न हो और आ गले लग जा

सोमवार से आज तक गीत सुनवाने आई शेफाली (कपूर) जी। आधा कार्यक्रम समाप्त होने के बाद फिर से बची हुई फ़िल्मों के नाम बताए गए और फिर से बताया गया एस एम एस करने का तरीका। एक घण्टे के इस कार्यक्रम के अंत में अगले दिन की 10 फ़िल्मों के नाम बताए गए।

इस सप्ताह पुराने साठ के दशक से लेकर आज के दौर की फ़िल्में शामिल रही लेकिन नई फिल्मे अधिक रही।

इस सप्ताह भी संदेशों की संख्या अधिक रही बिल्कुल उसी तरह जैसे फ़रमाइशी पत्रों के नामों की सूची पढी जाती है। सप्ताह भर इस कार्यक्रम को प्रस्तुत किया विजय दीपक छिब्बर जी ने।

1:00 बजे नए साल में एक नया कार्यक्रम शुरू हुआ है - हिट सुपर हिट। कार्यक्रम का सिर्फ नाम ही नया है स्वरूप एक ही फनकार कार्यक्रम जैसा है। शुक्रवार को यह कार्यक्रम अभिनेत्री माधुरी दीक्षित पर प्रस्तुत किया गया। रेणु जी ने प्रस्तुत किया यह कार्यक्रम। माधुरी दीक्षित का घर का नाम बताया -बबली, आगे बताया कि तेज़ाब फिल्म से एक दो तीन गर्ल के नाम से जानी जाने वाली बेटा फिल्म से धकधक गर्ल के नाम से जानी जाने लगी। उनके हिट गीत सुनवाए गए - तेज़ाब, राम लखन, बेटा फिल्म का गीत सुनावाया। अभिनय के अलावा नृत्य में भी कुशल है। यह कहते हुए दिल तो पागल है, राजा फिल्मो के गीत सुनवाए, अनिल कपूर के साथ् उनकी जोडी पसंद की गई। उनकी सफलता इतनी रही कि एक फिल्म भी उनके नाम से बनी - मैं माधुरी दीक्षित बनना चाहती हूँ। यह कार्यक्रम इसी तरह से शनिवार को अभिनेत्री रानी मुखर्जी, सोमवार को अभिनेत्री काजोल, मंगलवार को श्रीदेवी के लिए प्रस्तुत किया गया। बुधवार को संगीतकार नदीम श्रवण और गुरूवार को संगीतकार जतिन ललित पर यह कार्यक्रम प्रस्तुत हुआ।

इसमें और आज के फनकार कार्यक्रम में बहुत बारीक सा ही फर्क है। इसीलिए इस कार्यक्रम के स्वरूप को बदला जा सकता है।

1:30 बजे का समय रहा मन चाहे गीत कार्यक्रम का। पत्रों पर आधारित फ़रमाइशी गीतों में शुक्रवार को कन्यादान, खलनायक, बदलते रिश्ते, भीगी पलकें, प्रेमकहानी, रंगीला और एक नई फिल्म ऐतेराज से प्यार-मोहब्बत के लोकप्रिय गीत सुनवाए। पर कुछ अलग गीत भी शामिल रहे - विधाता फिल्म का यह गीत -

हाथो की चाँद लकीरों का सब खेल है तकदीरों का

परिंदा फ़िल्म से बहुत ही कम सुना गया यह गीत -

तुमसे मिलके ऐसा लगा अरमां हुए पूरे दिल के

रविवार को नए रोमांटिक गीत सुनवाए गए -

हम है एक पल यहाँ

तुमसे मिलना बातें करना बड़ा अच्छा लगता है

सोमवार की फ़िल्में रही - हीरो, ये वादा रहा, हिना, क्योकि, दिल से, किस्मत कनेक्शन

मंगलवार को पुरानी बढ़िया फिल्मो के गीत सुनवाए गए - यादो की बरात, आक्रमण, आशिकी फिल्मो के रोमांटिक गीतों के अलावा अलग विषय के गीत भी शामिल रहे -

याराना फिल्म से - तेरे जैसा यार कहाँ

रामपुर का लक्ष्मण फिल्म से -

काहे अपनो के काम नही आए तू
कहते है सबकी बिगड़ी राम बनाए

और इन नई फिल्मो के गीत भी सुनवाए गए - चमेली, जाने तू या जाने न, गजनी



बुधवार और आज श्रोताओं के ई-मेल से प्राप्त संदेशों पर फ़रमाइशी गीत सुनवाए गए। इस सप्ताह भी ज्यादातर लोकप्रिय रोमांटिक गीत सुनवाए गए।

बुधवार को रेणु जी ने लोढी त्यौहार के बारे में बताया। आराधना, दिल वाले दुल्हनिया ले जाएगे, प्यार झुकता नही, चलते-चलते, अंदाज, बाजीगर फिल्मो से रोमांटिक गीत सुनवाए गए और नाम फिल्म से यह अलग सा गीत - चिट्ठी आई है
आज अशोक जी ने मकर संक्रांति, माघ बीहू की शुभकामना दी, कुम्भ स्नान की बात कही। प्रेम रोग, मासूम, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएगे, नमक हलाल, अक्सर, खानदान, हम किसी से कम नही और अभी-अभी कार्यक्रम समाप्त किया नया दौर फ़िल्म के गीत से जिससे नए पुराने मिलेजुले गीतों का आनन्द मिला।

इस सप्ताह भी अधिकतर गीत एक-एक मेल प्राप्त होने पर ही सुनवा दिए गए, अभी भी मेल संख्या बढी नहीं है जबकि पत्रों की स्थिति पहले जैसी ही रही।
इस कार्यक्रम में अन्य कार्यक्रमों के प्रायोजक के विज्ञापन भी प्रसारित हुए और संदेश भी प्रसारित किए गए जिसमें विविध भारती के विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में बताया गया।

इस सप्ताह भी इस समय के प्रसारण में एक भी कार्यक्रम प्रायोजित नहीं था।
इस प्रसारण को रेणु (बंसल) जी, शेफाली (कपूर) जी, निम्मी (मिश्रा) जी, नन्द किशोर (पाण्डेय) जी, मंजू (द्विवेदी) जी, अशोक जी ने प्रदीप (शिंदे) जी, सुनील (भुजबल) जी, निखिल (धामापुराकर) जी, रीटा (गोम्स) जी, विनायक (रणवे) जी, जयंत (महाजन) जी के तकनीकी सहयोग से हम तक पहुँचाया और यह कार्यक्रम श्रोताओं तक ठीक से पहुँच रहा है, यह देखने (मानीटर) करने के लिए ड्यूटी रूम में ड्यूटी अधिकारी रहे कमला कुन्दर जी और आशा नायकन जी।
दोपहर में 2:30 बजे मन चाहे गीत कार्यक्रम की समाप्ति के बाद आधे घण्टे के लिए क्षेत्रीय प्रसारण होता है जिसके बाद केन्द्रीय सेवा के दोपहर बाद के प्रसारण के लिए हम 3 बजे से जुड़ते है।


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