रेडियोनामा पर मैं एक अनियमित श्रृंखला प्रस्तुत कर रहा हूं जिसका नाम है अग्रज पीढी। इस श्रृंखला के अंतर्गत
रेडियो की दुनिया के दिग्गज व्यक्तित्वों को याद किया जाता है। उनसे बातें की जाती हैं।
आज का दिन इस मायने में ख़ास है कि आज अग्रज पीढी के एक जाने-माने रेडियोकर्मी का जन्मदिन है।
रेडियोनामा पर इनकी बातें पहले भी हुई हैं।
आकाशवाणी इलाहाबाद के 'बड़े भैया' के नाम से मशहूर श्री विजय बोस।
रेडियो के उस दौर में जब तकनीकी सुविधाएं ज्यादा नहीं होती थीं, और इस सबके बावजूद रेडियो शीर्ष पर होता था, बडे भैया ने आकाशवाणी इलाहाबाद और शहर इलाहाबाद की सरहदों से परे सारे देश में नाम कमाया।
बच्चों के उनके कार्यक्रम बालसंघ के बारे में रेडियोनामा की एक पुरानी पोस्ट में बाक़ायदा चर्चा की जा चुकी है।
लग ये रहा था कि इसे अच्छी तरह एडिट करके पेश किया जाए। यही नहीं हम चाहते थे कि इस बातचीत की इबारत भी दी जाए।
पर फिलहाल बड़े भैया के जन्मदिन के उपलक्ष्य में प्रस्तुत है अनकट वीडियो।
यहां रेडियो की दुनिया की शब्दावली इफरात में सुनाई पड़ेगी अगर दिक्कत आए तो पूछा जा सकता है।
भविष्य में इस बातचीत को शब्दांकित करके प्रस्तुत करने का वादा जरूर कर रहे हैं।
तो हमारे साथ आप सभी बड़े भैया को 84 वर्ष पूरे करने पर बधाईयां दीजिए।
ये वीडियो दो हिस्सों में है। तकरीबन आठ आठ मिनिट की दो फाइलें।
यानी कुल साढ़े सत्रह मिनिट के आसपास। बातचीत बेहद आत्मीय पारिवारिक और अनौपचारिक है। पर इसमें हैं रेडियो की दुनिया की अनमोल यादें।
पहला भाग।
दूसरा भाग
बडे भैया के बारे में विकीपीडिया पर यहां पढ़ें
और हाल ही में इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज की स्वर्ण जयंती के उत्सव पर बड़े भैया मंच पर उपस्थित हुए।
उसका वीडियो लिंक ये रहा ।
आपकी बधाईयां हम बड़े भैया तक ज़रूर पहुंचायेंगे।
7 comments:
बहुत अच्छा लगा सुनकर आत्मीय बातचीत..जन्मदिन की शुभकामनाएँ बड़े भैया को ईश्वर हमेशा स्वस्थ रखे यही कामना..
बहुत मज्जा आया सुनके!!! A very informative conversation. A very happy birthday to bade bhaiya! Wish him health and happiness, on this day and always :-)
विजय बोस जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं ! हम उनके अच्छे स्वास्थ्य और चिरायु की कामना करते हैं.
अन्नपूर्णा
बड़े भैय्या के साथ बहुत सी पुरानी यादें जुड़ी हुई हैं । दो शब्दों में लिखने का प्रयास कर रही हूं। अवसर देने के लिए धन्यवाद। आभारी हूं । बड़े भैय्या को 85वें जन्म दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं ।
Shobha Berry(VOA)
sberry@voanews.com
बड़े भोले, बड़े प्यारे, हमारे ये बड़े भैय्या ।
पता नहीं 62 वर्ष पहले आल इन्डिया रेडियो, इलाहाबाद से “बाल संघ” के outdoor broadcast में प्रसारित बड़े भैय्या पर लिखी ये पंक्तियां उन्हें याद हैं या नहीं, लेकिन ये पंक्तियां बड़े भैय्या पर बिल्कुल सही उतरती हैं । उन दिनों मैं “बाल संघ” की stock character हुआ करती थी, स्वर्गीय देव व्रत दीक्षित, और मैं, कार्यक्रम के main characters थे जो हर सप्ताह कार्यक्रम में शामिल हुआ करते थे । उस समय हमें एक कार्यक्रम के पांच रुपये मिलते थे, लेकिन रुपयों से नहीं कार्यक्रम से इतना लगाव था कि हम कभी नागा नहीं करते थे । Audition तो पास किया था बच्चों के कार्यक्रम में गाना गाने के लिए (मेरी मां संगीत अध्यापिका थीं, इसलिए उन्होने शुरू से ही अपने चारों बच्चों को संगीत सिखाया था) मैं सबसे बड़ी थी, इसलिए सबसे पहले मैं ही रेडियो में आई । बड़े भैय्या ने “आश्चर्य लोक में एलिस” में एलिस की भूमिका कराके, संगीत कलाकार से नाटक कलाकार बना दिया । बच्चों के कार्यक्रम की उम्र सीमा पार करने के बाद मैं आल इन्डिया रेडियो इलाहाबाद से प्रसारित होने वाले नाटकों में , महिलाओं के कार्यक्रम “गृह लक्षमी” और “पत्र के लिए धन्यवाद” कार्यक्रमों में भाग लेने लगी, उसके बाद Staff Artist Drama Voice (A Grade) बन गई । छह साल स्टाफ़ में काम करने के बाद अमरीका आ गई, विवाह हो गया और settle होने के बाद यहां Voice of America में काम करने लगी । अपने इस career का श्रेय मैं बड़े भैय्या को ही देती हूं । जब भी इलाहाबाद जाती हूं, उनसे मिलना नहीं भूलती ।
बड़े भैय्या के साथ यादें तो बहुत सी जुड़ी हुई हैं, लेकिन कमल ने शब्दों की सीमा बांध रखी है, इसलिए बड़े भैय्या को 85वीं वर्षगांठ की शुभकामनाएं देते हुए अंत में ईश्वर से यही कामना करूंगी कि श्री विजय बोस का वरद हस्त हम पर सदा बना रहे ।
शोभा बेरी, Voice of America, Washington D.C.
बोस साहब के बारे में ये जानकारी बड़ी अनमोल इस लिहाज़ से भी है कि है कि हम दस्तावेज़ीकरण के मामले में बड़े बेपरवाह रहे हैं.यूनुस भाई इस पोस्ट को पढ़/देख/सुन कर यही कहूँगा कि काश आकाशवाणी जैसी संस्था के झण्डाबरदारों ने अपने इन दमकते हीरों (gems not heroes) की वक़्त रहते सुध ली होती.बोस साहब जैसे लोग तो आकाशवाणी का जीता-जागता आर्काइव हो सकते हैं...
ईश्वर उन्हें स्वस्थ और चैतन्य रखे...उन्हें हमारे अशेष प्रणाम.
रेडियोनामा इस नेक काम में लगा रहे...
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