हाथ की सफ़ाई फ़िल्म के इस गीत के दो संस्करण है। एक किशोर कुमार जी का गाया है इसमें शायद आशा जी की भी आवाज़ है। इसी गीत का दूसरा संस्करण स्टेज नाटिका के रूप में है।
यह देवदास का नाटक है पर हास्य रूप में जिसमें रणधीर कपूर और हेमामालिनी की आवाज़ों में संवाद है और आगे गीत किशोर कुमार का ही है। पहले कभी-कभार यह संस्करण सुनवाया जाता था। अब बहुत समय से सुना नहीं। जो कुछ याद आ रहा है वो इस तरह है -
चन्द्रमुखी - मैं पारो नहीं चन्द्रमुखी हूँ
देवदास - लेकिन मैं बड़ा दुःखी हूँ
चन्द्रमुखी - देवदास तूने पी ली है ज्यादा
देवदास - क्या कहा आधा, अरे मेरा तो है पूरी पीने का इरादा क्योंके
गीत -
पीने वालों को पीने का बहाना चाहिए
देवदास बाज़ आओ चन्द्र मुखी के पास आओ
चन्द्रमुखी हो या पारो कोई फ़र्क नहीं है यारों
यारों को तो पीने का बहाना चाहिए
पता नहीं विविध भारती की पोटली से कब बाहर आएगा यह गीत…
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Tuesday, December 29, 2009
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