पाठक गण,
नमस्कार । आज यानि 24 मार्च के दिन, हारमोनियम, पियानो, युनिवोक्ष, सिंथेसाईझर, मेन्डोलिन औए पियानो एकोर्डियन वादक तथा महेन्द्र कपूरजीकी बतौर पार्श्वगायक, प्रथम फिल्म मदमस्त तथा विद्यापती (लताजी का गाना मेरे नैना जो विविध भारती से समय समय पर प्रसारित होता है )जैसी फिल्मो के संगीत कार स्व. वी बालसारा की पूण्य तिथी पर उनकी हार्मोनियम पर बाजाई फिल्म श्री 420 के गीत प्यार हूआ इक़रार हुआ की धून प्रस्तूत है । (पिछले साल इसी तारीख के उपलक्षमें उनकी इसी साझ पर बजाई इसी फिल्म की मेरा जूता है जापानी, गीत की धून प्रस्तूत की थी ।)(एक और बात की विविध भारती से कई साल पहेले सिर्फ़ एक ही बार प्रसारित हुई उनकी विषेष जयमाला में उन के द्वारा बताई गयी बात के आधार पर यह जानकारी देता हूँ की फिल्म दाग़ के तलत महेमूद वाले वर्झन ए मेरे दिल कहीं और चल में उनका हारमोनियम बजा है ।)
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Monday, March 23, 2009
हार्मोनियम वादक स्व. वी. वालसारा की पूण्य तिथी पर श्रद्धांजली
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