प्रथम धून इलेक्ट्रीक हवाईन गिटार पर फिल्म शोर से है और गाने के बोल है एक प्यार का नग्मा है । यह धून उन्होंने बाद में वायोलिन पर दो बार प्रस्तूत की थी, जिसमें से एक कभी प्रस्तूत करूंगा । यह धून 45 आर पी एम ई पी रेकोर्ड पर आयी थी, इस लिये बीच वाले संगीत या मेलोडी वादन का पुनरावर्तन उन्होंने टाल दिया है, जो रेकोर्ड की दायरे के बाहर हो सकता था ।
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यह दूसरी धून वायोलिन पर है जो फिल्म चोरी चोरी से और गाने के बोल है 'ये रात भीगी भीगी, जो उनकी अंतीम एल पी बेलेंस्ड ब्रास से है जिन्में वाद्यवृंद संयोजन सुरेन्द्र सोंढी का है और ज्यादा साझ नाम के मुताबिक ट्रम्पेट, ट्रम्बोन जैसे है और सेक्सोफोन और वेस्टर्न फ्ल्यूट को श्री श्याम राज कारने बजाया है, जिनसे पिछली दि 21 को बिल्लीमोरामें उनके प्रसिद्ध पियानो एकोर्डियन और पियानो वादक श्री एनोक डेनियेल्स के साथ एक लाईव शॉ में देख़ा और सुना था, जो वहाँ कि कला संस्था गुंजन कला निकेतन और उसके संचालक श्री नरेश मिस्त्री के सौजन्य से था । और जैसे की श्री एनोक डेनियेल्स साहब तो 10 साल से पहचानते है उन्होंने श्याम राज कारजी से भी मूलाकात करवाई थी । एक बात और है कि आज शायम राजजी सुरतमें एक लाईव शॉ के लिये आये है और उनसे मिलना होगा तथा सुनना भी होगा । इन दोनों शॉ के बारेमें एक अलग पोस्ट लिख़ने वाला हूँ ।
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पियुष महेता ।
नानपूरा, सुरत ।
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