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Monday, December 28, 2009

श्री गोपाल शर्माजी को जनमदिन की बधाई

आज 'आवाझ की दुनिया के दोस्तो' सम्बोधन के सर्वप्रथम प्रयोग करनेवाले रेडियो सिलोन (श्री लंका) की हिन्दी सेवाके भूतपूर्व उद्दघोषक (1956-1967) और बादमें कई सालों तक भारतमें रेडियो विज्ञापन और प्रायोजित कार्यक्रम तथा फिल्म्स डिवीझन के दस्तावेजी फिल्मों के प्रवक्ता तथा नेशनल ज्योग्राफ़िक और डिस्कवरी जैसी चेनल्स के हिन्दी प्रवक्ता जैसी प्रवृतिमें व्यस्त रहे श्री गोपाल शर्माजी का जनमदिन है । तो इस अवसर पर आप आज तक उनको इस मंच से या रेडियो श्रीलंका से हर साल के इसी दिन केवल सुनते ही आये है उनको न केवल सुन सकेंगे पर बोलते हुए देख भी सकेगे और फिल्म संगीत के कार्यक्रमो के उस समय बिलकुल नये नते रूप के संकलन अपने निज़ी और मौलीक तरीके से किये या उनके गुरु और इस कार्यक्रमके एक ख़ास मेहमान श्री विजय किशोर दुबे के शुरू किये कार्यक्रममें किस तरह श्रोतालोगो की हिस्सेदारी बनाई वे सब बाते सुन पायेंगे और मूझे विश्वास है कि आप ऐस मेहसूस करेंगे जैसे पूराने समय का रेडियो सिलोन एफ एम पर सुनन मिल रहा है । इस कार्यक्रम, जो उनकी अत्मकथा 'आवाझ की दुनिया के दोस्तो-रेडियो सिलोन' नाम से ही प्रकाशित हुई है उस के जारी करने के समारंभ, था जानेमाने पूरानी फिल्मों के गीतो पर आधारित स्टेज-शॉझ के आयोजक और मंच संचालक तथा कुछ पोपगीत या अल्बम गीतों के शब्दकार श्री मनोहर आय्यरजी द्वारा संचालित किया गया है ।
तो सुनिये देख़ीये और जन्मदिन की बधाईयाँ दिजीये श्री गोपाल शर्माजी को और उनके लम्बे, बड़े (फिल्म आनंद के आनंद की जूबानमें) तथा स्वस्थ आयु की शुभ: कामना ।
भाग 1

भाग 2

भाग 3

भाग 4


भाग 5

भाग 6


भाग 7

इस कार्यक्रम के मूख़्य अतिथी श्री मनोज कूमार तथा अन्य खास मेहमानो के व्यक्तव्यों को श्री गोपाल शर्माजी की शादी की सालगिराह के दिन जो इस किताब का भी जारि करनेका दिन है, इसी मंच पर दिख़ानेका इरादा है ।
(श्री अन्नपूर्णाजी से अनुरोध है कि कल आप की गाने की पोस्ट का दिन है तो स्वाभाविक है कि इस पोस्ट कुछ ही घंटे मूख़्य पृष्ठ पर रह पायेंगी तो अगर हो सके तो आप कम से कम शाम तक़ अपनी पोस्ट के किये थंभ जाये, जिससे शायद श्री गोपाल शर्माजी को शायद सर्व-प्रथम इस मंच से दिख़ानेकी और इतने सारे विडीयो क्लिपींग्स बना कर यू-ट्यूब पर अपलोड करनेमें जो समय खर्च हुआ है वह बेकार नहीं जाय, जैसे मेरी हार्मोनियम वादक मास्टर कान्तिलाल के जन्मदिनवाली पोस्ट पर आप सहित किसी के प्रतिभाव नहीं आये, हाँ उस ट्यून रेडियो सिलोन से रेकोर्ड करने के कारण थोड़ी डिस्ट्रबंस से भरी हुई जरूर है पर रेर भी है।)

पियुष महेता ।
नानपूरा, सुरत ।
दि. 28-12-2009

4 comments:

चलते चलते said...

गोपाल शर्मा जी को आवाज की दुनिया के दोस्‍तों की शुभकामनाएं। जन्‍मदिन की ढेरों शुभकामनाएं एवं स्‍वस्‍थ और दीर्घायु की मंगलकामना।

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

सब बढ़िया लिंक दीये आपने पीयूष भाई आज तो पूरा खजाना ही परोस दिया ! आभार !!
नव - वर्ष की अनेक शुबकामनाएं
स्नेह,
- लावण्या

Udan Tashtari said...

आभार इस प्रस्तुति का.

यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आप हिंदी में सार्थक लेखन कर रहे हैं।

हिन्दी के प्रसार एवं प्रचार में आपका योगदान सराहनीय है.

मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं.

नववर्ष में संकल्प लें कि आप नए लोगों को जोड़ेंगे एवं पुरानों को प्रोत्साहित करेंगे - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।

निवेदन है कि नए लोगों को जोड़ें एवं पुरानों को प्रोत्साहित करें - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।

वर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाएँ और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।

आपका साधुवाद!!

नववर्ष की अनेक शुभकामनाएँ!

समीर लाल
उड़न तश्तरी

talat's fan said...

piyush ji RES.Gopal Sharmaji ki jadui awaz mein itna kuchh mil gaya ,aisa laga mano meri antim ichha aapne puri kar di ho main itna dhnyawad karna chahunga ki ye poora page aapka bhar jayega .Bhagwan aap sabko lambi umar de taaki hamari yaadon ka ye silsila aise hi chalta rahe !
YOGENDRA SHANDILYA

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