आदरणिय श्री महेन्द्र मोदी साहब और श्री युनूसजी,
नीचे मेरे लेपटोप पर मैंनें जो कोशिश की थी विविध भारती की वेब-साईट देख़ने की, उसका प्रिन्ट-स्क्रीन दिया है, जिस से मेरे www.vividhbharti.co.cc टाईप करने पर मिला था । तो आप में से जिनको भी मेरी यह पोस्ट पढ़ने में आये उनसे नम्र बिनती है कि, मेरा अज्ञान दूर करे, अगर समय सुविधा पा सके तो ।
एक और बात की तारीफ़ करना काहता हूँ, कि दूसरे माहवार स्वर्ण जयंति विषेष आयोजनमेँ इस बार भी अल्हाबाद और वाराणसी भले फ़िरसे छाये रहे पर वायू-सेना की शान में भारतीय वायू सेना के अल्हाबाद बेन्ड की श्रीमती कांचन प्रकाश संगीतजी द्वारा कराई गयी पहचानात्मक प्रस्तूती और साथ उस बेन्ड द्वारा प्रस्तूत की गयी धूनों से मैंनें बड़ा लूफ़्त उठाया । इस लिये आप को और विविध भारती के निर्माण दल को ढेर सारी बधाई ।
उत्तर प्रदेश के लोक संगीत और उस लोक गीतों पर आधारीत फ़िल्मी गीतों की वाराणसी केन्द्र के सहयोग से हुई प्रस्तूती भी बहोत जची ।
आपको बिनती है कि विविध भारती की स्वर्ण जयन्ती की
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Sunday, September 7, 2008
www.vividhbharti.co.cc और वायू-सेना की शान
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