1978 के आसपास एक फिल्म रिलीज हुई थी - मैं तुलसी तेरे आँगन की
आशा पारिख, नूतन और विनोद खन्ना अभिनीत यह फिल्म बहुत लोकप्रिय हुई थी और इसके सभी गीत रेडियो के सभी केन्द्रों से बहुत सुनवाए जाते थे।
इस फिल्म के लिए जानी मानी उप शास्त्रीय गायिका शोभा गुर्टू जी ने एक ठुमरी गाई थी जिसे रेडियो से नही सुने बहुत समय हो गया। यहाँ तक कि संगीत सरिता जैसे कार्यक्रम में भी इसे नहीं सुनवाया गया हालांकि कई बार ठुमरी गायन पर चर्चा हुई।
इसके कुछ बोल मुझे याद आ रहे हैं -
सैंया रूठ गए मैं मनाती रही
श्याम जाने लगे मैं बुलाती रही
सैंया रूठ गए
मेरे सूने मधुबन में --- की कलियाँ
याद बन बन के ----- रही
सैंया रूठ गए
पता नहीं विविध भारती की पोटली से कब बाहर आएगा यह गीत…
सबसे नए तीन पन्ने :
Tuesday, July 13, 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment
आपकी टिप्पणी के लिये धन्यवाद।