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Saturday, July 31, 2010

एक टिपिकल फरमाइशी पोस्ट

सागर नाहर साहब ने जों हुनर सिखाया है उसे सलाम करते हुए पेश करता हूँ ये पोस्ट
पहले एक प्लेयर क्लिक कीजियेगा फिर दूसरा





3 comments:

Anonymous said...

देश का भूगोल उभर आया या पोस्टल विभाग

अन्नपूर्णा

सागर नाहर said...

गाने से ज्यादा उद्‍घोषणा अच्छी लगी।
मेरी पसन्दीदा ऑल इण्डिया रेडियो की ऊर्दू सर्विस पर एक लेख लिखने की लम्बे समय से तमन्ना है। आधा लेख लिखे भी दो महीने हो गये। देखते हैं कब तक पूरा हो पाता है।

डॉ. अजीत कुमार said...

क्या करूँ.. स्पीकर ही नहीं है.

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