रेडियोनामा पर मैं अकसर अपनी जोधपुर जैसलमेर यात्रा का ब्यौरा देता रहा हूं । और वहां रिकॉर्ड किये गये महत्त्वपूर्ण इंटरव्यूज़ के प्रसारण की ख़बरें भी देता रहा हूं ।
लंबे समय तक कथादेश पढ़ते आ रहे लोग जानते होंगे कि सत्यनारायण हिंदी के यायावर लेखक हैं । लगभग आखिरी पन्नों पर छपने वाला उनका कॉलम 'यायावर की डायरी' अपने अनूठे अनुभव-जगत की वजह से बेहद लोकप्रिय रहा है ।
दिलचस्प बात ये है कि सत्यनारायण अपने अनुभव जगत का पिटारा तो अकसर खोलते हैं । पर खुद सत्यनारायण के बारे में हमें बहुत सारी बातें नहीं पता । मसलन वो कहां के रहने वाले हैं । उन्होंने लिखना-पढ़ना कैसे शुरू किया । वग़ैरह । और जब विविध भारती की टोली जोधपुर जैसलमेर की यात्रा पर गई, तो अचानक ही हमने सत्यनारायण जी को इंटरव्यू का निमंत्रण भेजा । उनका नंबर हसन जमाल से प्राप्त किया गया । और फिर थोड़ी ना नकुर तथा संकोच के बाद वो राज़ी हो गये बातचीत के लिए । मुझे पहले ही जोधपुर निवासियों ने ताकीद कर दी थी कि सत्यनारायण जी बहुत कम बोलते हैं । सावधान रहना ।
लेकिन सत्यनारायण खुले और खुलकर बोले । उनका अनूठा अनुभव जगत खुला और उनके जीवन के कुछ अनछुए तथ्य उजागर हुए ।
इस इंटरव्यू को आज शाम चार से पांच बजे के बीच आप यूथ एक्सप्रेस में सुन सकते हैं विविध भारती पर । अगर समय कम है तो समय बारीकी से बता दें । साढ़े चार से पांच बजे तक सत्यनारायण जी से की गयी बातचीत प्रसारित होगी इस कार्यक्रम में । तो रविवार के अपने शेड्यूल में सत्यनारायण से की गयी इस बातचीत को सुनना भी शामिल कर लीजिए ।
ये रहीं सत्यनारायण के साथ की गयी छोटी सी अड्डेबाज़ी की तस्वीर --
2 comments:
सुन्दर! पूरा इंटरव्वू सुना। बहुत अच्छा लगा। युनुस खान की प्य्रारी आवाज। सत्यनारायणजी के ईमानदार जबाब। शुक्रिया। मन करता है यायावर हो जायें।
शुक्रिया। हम तैयार हैं यायावरी के लिए ।
कब चला जाये ।
Post a Comment
आपकी टिप्पणी के लिये धन्यवाद।