सबसे नए तीन पन्ने :

Monday, August 4, 2008

वरिष्ठ प्रसारणकर्ता राजीव सक्सैना का असामयिक निधन

बड़े दु:ख के साथ सूचित करने में आता है कि दो दिन पूर्व जाने-माने प्रसारणकर्ता श्री राजीव सक्सैना का नई दिल्ली में निधन हो गया. निधन के कारणों की तफ़सील की प्रतीक्षा है. आज हमारे रेडियोनामा बिरादर यूनुस भाई इस ख़बर से ख़ासे व्यथित नज़र आए और आग्रह किया कि प्रसारण परिदृष्य से जुड़े हमारे लोकप्रिय ब्लॉग पर ये ख़बर जारी होनी चाहिये. सबसे पहले तो राजीव सक्सैना को पूरे रेडियोनामा परिवार की भावभीनी श्रध्दांजली.


राजीव सक्सैना पिछले तीन दशकों से रेडियो प्रसारण से जुड़े थे. दिल्ली के आकाशवाणी केन्द्र के युववाणी कार्यक्रम से शुरूआत करने वाले राजीव भाई
क्रिकेट कमेंट्रेटर के रूप में ख़ासी पहचान रखते थे. गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के आखों देखा हाल सुनाने वाले कमेंट्रेटर पैनल में राजीव भाई का नाम शुमार था . हाँ एक ख़ास बात यह कि जब हिन्दी कमेंट्री के इंतज़ामात के लिये आकाशवाणी के अर्थाभाव होना शुरू हुआ तो राजीव सक्सैना ने अपने कौशल का इस्तेमाल करते हुए बाक़ायदा स्पाँसरशिप्स लाना शुरू की और नई आवाज़ों को मौक़ा देना प्रारंभ किया.उन्होने मैचों के अंतराल में उन्होंने लोकप्रिय फ़ोन इन कार्यक्रमों भी शुरू किये और उसकी रोचकता में इज़ाफ़ा करने के लिये राजीव भाई ने कई पूर्व क्रिकेटर्स को जोड़ा.

संयोग देखिये हमारे रेडियोनामा बिरादर इरफ़ान ने हाल ही में राजीव सक्सैना पर एक पोस्ट अपने ब्लाग टूटी हुई बिखरी हुई पर लिखी थी . यदि इरफ़ान भाई इजाज़त देंगे तो बतौर ख़िराजे अक़ीदत उसी पोस्ट को शीघ्र ही रेडियोनामा पर लिया जाएगा.

फ़िलहाल बस इतना ही.हम सब राजीव सक्सैना जैसे क़ाबिल ब्रॉडकास्टर के आकस्मिक निधन पर स्तब्ध हैं . फ़िर एक बार दिवंगत के प्रति हमारी श्रध्दाजंलि .

8 comments:

Ashok Pande said...

बहुत बड़ा सदमा है राजीव जी का यूं चल देना. उनके परिजनों-मित्रों को शक्ति मिले ऐसा दुःख सम्हाल पाने की.

डॉ. अजीत कुमार said...

रात 11- साढ़े 11 बजे जैसे ही एक ब्लोग पर ये खबर मैने पढ़ी तो दिल धक से रह गया. पीयूष भाई से तुरत इसकी चर्चा की,वो भी दुःखी हो गये. अभी कुछ दिन पहले ही तो इरफ़ान भाई का राजीव जी से लिया गया साक्षात्कार सुना ही था,ढंग से इस शानदार आवाज़ से अपना तार्रुफ़ भी नहीं हो पाया था और....

annapurna said...

कल शाम 7 बजे के विविध भारती के समाचार बुलेटिन में यह ख़बर सुनी थी…

हमारी विनम्र श्रद्धांजलि !

Yunus Khan said...

ओह मैं कितना विचलित हूं कह नहीं सकता, ना जाने कितने क्रिकेट मैचों, रथ यात्राओं, समारोहों और टॉक शो में राजीव को सुना है । ये बहुत बहुत बहुत बड़ा नुकसान है भारतीय रेडियो जगत का ।

Udan Tashtari said...

दिवंगत के प्रति हमारी श्रध्दाजंलि .

-विश्वास नहीं होता-चंद रोज पहले ही इरफान भाई से सक्सेना जी की बातचीत सुनी थी.

-अति दुखद.

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

ईश्वर उन्हेँ अपनी ज्योति के समीप रखेँ राजीव जी के परिवार के प्रति हमारी विनम्र श्रध्धाँजलि है -
-लावण्या

MEDIA GURU said...

yeh dukhad samachar maine kal samachar per suna . vastav me aakashvani ke liye apoorniy chhati hai. divangat aatma ko srdhanjali.

दिलीप कवठेकर said...

य़ह सुन कर अफ़सोस हुआ की राजीव सक्सेना नही रहे.

उनसे रेडिओ के ज़रिये पहचान तो थी ही, साथ में एक बात का हमेशा कंफ़्युज़न रहा की एक राजीव सक्सेना भोपाल में हुआ करते थे कई सालों पहले जो भी क्रिकेत की कॊमेन्ट्री किया करते थे,और हॊकी की भी. तो कहीं ये वो तो नही?

Post a Comment

आपकी टिप्पणी के लिये धन्यवाद।

अपनी राय दें