अगर हम कहें कि विभिन्न लोकप्रिय गीतों के मुखड़ों की पैरोडी का मिश्रित गीत तो लोग शायद तुरन्त याद करेगें मिस्टर इंडिया फ़िल्म का गीत जो अनिल कपूर, श्रीदेवी और बहुत सारे बच्चों पर फ़िल्माया गया जिसमें सरगम फ़िल्म के गीत के इस मुखड़े -
डफ़ली वाले डफ़ली बजा
की पैरोडी है - टोपी वाले बाल दिला
एक ऐसा ही मिश्रित गीत है लगभग 1970 के आस-पास रिलीज़ फ़िल्म एक फूल दो माली का जो नायक संजय कामेडियन मनोरमा और कुछ साथी कलाकारों पर फ़िल्माया गया। इस मिश्रित गीत में विभिन्न पैरोडियाँ इस तरह है -
पुराना फ़िल्मी गीत, सरस्वती राणी का स्वरबद्ध किया -
चल चल रे नौजवान
इसकी पैरोडी मुझे ठीक से याद नहीं आ रही।
जिन्दगी फिल्म के सहगल साहब के गाए गीत का मुखड़ा -
मै क्या जानू क्या है जादू है जादू है जादू है
इन दो मतवाले नैनो में जादू है जादू है जादू है
इसकी पैरोडी है -
इस .... थाली में लड्डू है लड्डू है लड्डू है
लता जी के गाए इस लोकप्रिय गीत के मुखड़े - मेरा परदेसी न आया
की पैरोडी - मेरा खाना नहीं क्यों आया
जन्म जन्म के फेरे फ़िल्म के गीत का मुखड़ा -
ज़रा सामने तो आओ छलिए छुप छुप छलने में क्या राज़ है
यूँ छुप न सकेगा परमात्मा मेरी आत्मा की ये आवाज़ है
इसकी पैरोडी, शुरूवात याद नहीं, बाद में है -
हिम्मत है तो कर ले मुकाबला इस जंगल में मेरा ही राज है
यहाँ मुझे थोड़ा सन्देह है कि यह सारे मुखड़े फ़िल्म एक फूल दो माली के गीत में है या साठ के दशक की फ़िल्म जंगली या जानवर या किसी और फ़िल्म में है…
यह गीत विविध भारती से तो बहुत aक्म सुनवाय गया पर सिलोन के दोपहर एक से दो बजे तक प्रसारित होने वाले जाने-पहचाने गीत कार्यक्रम में श्रोताओं की फ़रमाइश पर बहुत सुनवाया जाता था। अब तो एक अर्सा हो गया यह गीत सुने।
पता नहीं विविध भारती की पोटली से कब बाहर आएगा यह गीत…
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Tuesday, May 26, 2009
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2 comments:
एक फूल दॊ माली की पॆरॊडी इस लिंक पर उपलब्ध है !
http://www.youtube.com/watch?v=I6RlLVak03Y
इसॆ मनॊरमा, ब्रह्मचारी और डॆविड पर फिल्माया गया है !
आप के बतायॆ हुऎ कुछ गीत महेश कुमार(दॊ आवाजॊ मॆं गानॆवालॆ) की पॆरोडि सॆ हैं जो वी लाइव कार्यक्राम मॆं सुनाया करतॆ थॆ ।
चिदंबर काकतकर
मंगलूर
कर्नाटक
शुक्रिया !
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