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Saturday, December 22, 2007

एक और अनेक

रेडियो का बहुत ही दिलचस्प कार्यक्रम - एक और अनेक

इस कार्यक्रम में फिल्मी गीत बजते थे। यह कार्यक्रम किसी एक कलाकार पर केन्द्रित होता था। इसमें एक कलाकार को अन्य कलाकारों के साथ सुना सकता था।

जैसे गायक कलाकार के गीत दूसरे गायक कलाकारों के साथ जैसे रफी के गीत लता, आशा, सुमन कल्यानपुर के साथ।

इसी तरह एक गीतकार के गीत दूसरे संगीत कारो और एक संगीत कार के गीत दूसरे गीत कारो के साथ।

ऐसे में एक कलाकार को सुनने में मजा आता था।

यह कार्यक्रम सीलोन पर शायद रविवार सुबह 8 से 8:30 बजे प्रसारित होता था और विविध भारती पर रात में शायद जयमाला के बाद १५ मिनट के लिए।

4 comments:

PIYUSH MEHTA-SURAT said...

श्री अन्नपूर्णाजी,
रेडियो सिलोन का यह कार्यक्रम सि्र्फ एक गायक या गायिका को अन्य कलाकारों के साथ ले कर ही था, जो इस २८ तारीख को ७७वे सालमें प्रवेष कर रहे और करीब ४ महिने पर सुरत की मुलाकात के दौरान मेरे घर पर भी आये हुए तथा आवाझ की दुनियाके दोस्तो नामसे अपनी आत्मकथा लिख चूके श्री गोपाल शर्माजीने सबसे पहेले प्रयोजा था । आपने जो गीतकार और संगीतकारों की बात लिखी है, वह इस शिर्षक वाले विविध भारती के कार्यक्रमकी देन है ।

Anonymous said...

पीयूष जी जानकारी के लिए धन्यवाद !

कुछ समय से सीलोन मैं नही सुन पाई. आप कृपया बताएं की सीलोन की फ्रीक्वेंसी क्या है और आजकल क्या कार्यक्रम आ रहे है.

Anonymous said...

पीयूष जी ऊपर की टिप्पणी मेरी है तकनीकी खराबी से नाम नही आ पाया.

अन्नपूर्णा

Anonymous said...

श्री अन्नपूर्णाजी,
अगर आप स्पस्टता नहीं भी करती तो भी मैं समझ गया था, क्यों कि इस तखल्लूस से आप कई बार टिपंणी लिख चुकी है । रेडियो श्री लंका की कम्प-संख्या २५ मीटर पर ११.९०५ मेगाहट्झ है और सुबह ५.५५ से ९.३० तक और शाम ७ से रात्री ९.३० तक कार्यक्रम आते है । पर रिसेप्सन का ठीक ही आयेगा ऐसा भरोसा नहीं है । मेरे पास रेडियोमें ट्यूनिंग दिजीटल है और स्केन टाईप है । तो मेमरीमें रहता है । इस लिये अगर ठेक या कभी नहीं पकडा़ गया तो इघर उघर ट्यून नही करना होता है पर सीधा रेडियो बन्ध ही करना होता है । आजकल वहाँ भी एक और अनेक कार्यक्रम नहीं है ।
पियुष महेता ।

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