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Friday, December 14, 2007

कहां गए ये गीत ?

कुछ फिल्मी गीत ऐसे है जो बहुत ही अच्छे है। पहले ये गीत विविध भारती , सीलोन और क्षेत्रीय केन्द्रों से फरमाइशी और ग़ैर फरमाइशी दोनों ही तरह के कार्यक्रमों में बहुत बजते थे।

कुछ समय से ये गीत रेडियो से सुनाई ही नहीं दे रहे। इनमें से कुछ गीत है -

पंछी रे ओ पंछी उड़ जा रे ओ पंछी
मत छेड़ तू ये तराने हो जाए न दो दिल दीवाने
(आवाज रफी आशा - फिल्म - शायद हरे कांच की चूड़ी या)

शाम ढले जमुना किनारे आजा राधे आजा तुझे श्याम पुकारे (मन्नाडे लता कोरस - पुष्पांजलि )


महलों का राजा मिला के रानी बेटी राज करेगी (लता - अनोखी रात )

ओ मितवा ओ मितवा ये दुनिया तो क्या है
में छोड़ दू ये जीवन एक तेरे लिए ओ ओ ओ (लता - जल बिन मछली नृत्य बिन बिजली )


मेरे लिए आती है शाम चंदा भी है मेरा गुलाम
धरती से सितारों तक है मेरा इंतजार
रातों का राजा हू मैं (रफी - रातों का राजा )


जाने मेरा दिल किसे ढूढ़ रहा है इन हरी भारी वादियों में (रफी - लाट साहेब )
परदे में रहने दो पर्दा न उठाओ


पर्दा जो उठ गया तो भेद खुल जाएगा (आशा - शिकार )

शीर्षक
गीत (गजल ) - बोल याद नही आ रहे ( चंद्रानी मुखर्जी - कितने पास कितने दूर )

कुछ फिल्मो के सभी गीत जैसे -

कही दिन कही रात , सीआईडि ९०९ , अन्नदाता , घर घर की कहानी

ये गीत अगर फिर से विविध भारती से सुनने को मिले तो अच्छा लगेगा।

12 comments:

Rajendra said...

अन्नपूर्णा जी, ये गाने सच में सुनने में बहुत अच्छे लगते हैं और उन्हें बार बार सुनना भी. विविध भारती ही एक ऐसी जगह है जहाँ लोग इन गीतों का आनंद ले सकते है. आपकी सूची बहुत लम्बी हो जायेगी यदि हम सब अपनी-अपनी पसंद गिनाने लगें.

annapurna said...

देर किस बात की है राजेन्द्र जी दीजिए अपनी सूची ताकि सभी अपनी - अपनी सूची दे सके

Yunus Khan said...

हम कोशिश करेंगे कि विविध भारती से सुनवाए जा सकें ये गीत

राज भाटिय़ा said...

मेरे पास कुछ गीत हे इन मे से(MP3 पर) चहिये तो बातऎ,

Rajendra said...

अन्नपूर्णा जी, लीजिये प्रस्तुत हैं हमारी सूची
भी:
ढलती जाए रात -रजिया सुलतान (पुरानी),
हम दिल का कँवल देंगे - जिंदगी,
तुम तो दिल के तार छेड कर - रूप की रानी चोरों का राजा,
छोटी सी ये दुनिया - रंगोली,
लागी छूटे ना - काली टोपी लाल रूमाल,
मेरे महबूब क़यामत होगी - मिस्टर एक्स इन बोम्बे,
ये रातें ये मौसम नदी का किनारा - दिल्ली का ठग.
आशा है यूनुस जी विविध भारती पर ये गाने सुनवायेंगे .

Anita kumar said...

वाह वाह क्या याद दिलायी है इन गीतों की। ये सुनने को मिलें तो क्या बात है

annapurna said...

धन्यवाद राजेन्द्र जी, अनीता जी !

यूनुस जी हम प्रतीक्षा कर रहे है।

Anonymous said...

Yhe Song Of Kitne Paas Kitne Door is:-
Mere Mehboob Shayad Aaj Kuchh Naraz Hain Mujhse.

Regards,
Shashank Dubey

Anonymous said...

शशांक जी बहुत-बहुत धन्यवाद !

मुझे बहुत दिन से ये बोल याद नहीं आ रहे थे।

Anonymous said...

शशांक जी बहुत-बहुत धन्यावाद !

मुझे बहुत दिन से ये बोल याद नहीं आ रहे थे।

अन्नपूर्णा

Anonymous said...

अन्नापुर्णांजी
हम इस सूची में ये गीत भी शामिल कर सकते हैं :
१. फिर आने लगा याद वही प्यार का आलम (ये दिल किसको दूँ)
२. ये तनहाई हाए रे हाए जाने फिर आए ना आए थाम लो बाहें (तेरे घर के सामने)
३. मिला है किसीका झुमका ठंडे ठंडे हरे भरे नीम तले (परख)
शशांक दुबे

annapurna said...

शशांक जी सूची के लिए धन्यवाद !

यूनुस जी सूची बढती ही जा रही है इसलिए अब आपको कोशिश नहीं वादा करना है।

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