बरसों से संगीत सरिता, स्वर सुधा, राग-अनुराग जैसे कार्यक्रम हम सुनते आए है। हमें यह पता चल गया है कि ये ढेर सारे फ़िल्मी गीत कौन-कौन से राग पर आधारित है। पर खेद है कि अब तक यह जानकारी नहीं मिली कि राष्ट्रीय गीत वन्देमातरम और राष्ट्रीय गान जन गन मन किन रागों पर आधारित है।
यह दोनों ही रचनाएँ बंगला भाषा के कवियों से निकली है। स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान रची गई इन रचनाओं को ये कवि स्वयं जन सभाओं में गाया करते थे जिससे लगता है कि यह रचनाएँ रविन्द्र संगीत में निबद्ध है। राष्ट्रीय गान के तो रचनाकार ही रविन्द्रनाथ टैगोर है।
बंकिम चन्द्र द्वारा रचित वन्देमातरम तो बहुत लम्बी रचना है जिसमें माँ दुर्गा की शक्ति का भी बख़ान है पर पहले अंतरे के साथ इसे सरकारी गीत के रूप में मान्यता मिली है और इसे राष्ट्रीय गीत का दर्जा देकर इसकी न केवल धुन बल्कि गीत की अवधि तक संविधान सभा द्वारा तय की गई है जो बावन सेकेण्ड है।
इस तरह लगता है कि राष्ट्रीय गान और गीत के न सिर्फ़ राग बल्कि इसमें बजने वाले साज़ भी लगभग तय है। हम विविध भारती से अनुरोध करते है कि अपने प्रतिष्ठित कार्यक्रम संगीत सरिता में राष्ट्रीय गान और राष्ट्रीय गीत का संगीत विश्लेषण प्रस्तुत करें।
साथ ही लोकप्रिय क़ौमी तराना - सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा, का भी संगीत विश्लेषण प्रस्तुत करें। मोहम्मद इक़बाल की यह रचना लगता है हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत में ही रची गई है जो लगभग एक ही धुन में लोकप्रिय है। मेरी जानकारी में यह तराना किसी और धुन में नहीं है।
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Saturday, June 21, 2008
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1 comment:
i am feeling gulity becasue i forget my national song so i search on internet and learn or now i promise that it will stay in my blood
last i request to all indians be respect of our Country,Soldier,earth and feamily
Vande Matram
Jai Hind
Proud to be Indian
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