जी हां ,यही पन्च लाइन है, इस नये एफ़ एम चैनल की (१०४.८), इसे भारत के पहले महिला एफ़ एम चैनल के नाम से भी प्रचारित किया जा रहा है, अब इसका क्या मतलब है, कुछ समझ नही आया, हो सकता है कि इसके सारे अर. जे. महिलाये हो, पर अगर ऐसा होगा तो इसे सुनने वाले श्रोताओं मे पुरूष ही अधिक होंगे. सही कह रहा हूँ ना ?
जो भी हो पर इन दिनो रोज सुबह ६ से ८ तक मै इसे सुन रहा हु, अगर आप भी सुबह कुछ सदाबहार नग्मे सुन कर तरो ताज़ा होना चाहते है, तो इसे सुनिये. सुबह सुबह लता, किशोर, रफ़ी और मुकेश के सुरीले गीतो को सुन कर उठना सचमुच सुखद है, और सबसे बडा फायदा ये कि किसी रेडीयो जोकी की बक बक सुनने की भी जरुरत नही, बस एक के बाद एक बेह्तरीन नग्मे, और कुछ नही.
बेसर पैर के एफ़ एम चैनलो की बाढ़ मे अच्छा संगीत कही खो सा गया है, अच्छे आर जे भी अब कम ही सुनने को मिलते है, ऐसे मे सुबह के स्लोट के लिये यह एक अच्छा विकल्प तो है ही.....
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1 comment:
मैनें इसे अपने सेल फोन के रेडियो पर सेट कर लिया है। कन सुनूंगीं।
जानकारी के लिए धन्यवाद
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आपकी टिप्पणी के लिये धन्यवाद।