यह धुन दुनिया के एक बडे रेडियो पर आप बरसो से सुनते आये है। बताइये ये कहां सुनी और किसकी बजाई या तैयार की हुई है?
और अब सुनिये फ़ायर नाइट नाम की यह रचना जिसे पडित रविशंकर ने लॉस एंजेल्स में लगी उस आग के बाद 1961 में तैयार किया था जिसमें भारी तबाही हुई थी. राग धानी के इर्द-गिर्द इस कम्पोज़ीशन में बाँसुरी,तबला-ढोलक और डमरू की मदद से एक शिव-तांडव और तबाही की थीम को जैज़ की ज़मीन पर इंम्प्रोवाइज़ किया गया है.
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ऐंजिल रिकॉर्ड्स - 7243567023-2
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3 comments:
बिबिध भारती पर रात ९,०० बजे के समाचारो से पहले ( आज की बात नही बरसो पहले की बात हे )उपर वाली धुन भी पंडित रविशंकर जी की हे
इरफ़ान जी मैनें बहुत कोशिश की लेकिन धुन पहचान नहीं पा रही हूं।
दोनों धुनें कमाल की हैं । अफ़सोस कि ना तो नेट पर और ना ही लोगों के निजी संग्रहों में इन्हें संजोकर रखा जाता है । आपने बेहद महत्त्वपूर्ण पोस्ट रची है ये । बहुत बहुत शुक्रिया
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