सबसे नए तीन पन्ने :

Wednesday, April 16, 2008

श्री एनोक डेनिलेल्स को जन्मदिन की बधाईयाँ (संवर्धित)



आज प्रसिद्ध पियानो-एकोर्डियन, पियानो और सिन्थेसाईझर वादक तथा एक अनोखे अंदाझ के वाधवृन्द संयोजक श्री एनोक डेनियेल्स साहब अपनी जीवन यात्रा के ७५ साल समाप्त कर ७६वें सालमें प्रवेष कर रहे है । इस लिये उनको मेरी अपनी तथा रेडियोनामा के सभी वाध्य संगीत प्रेमी पाठको और लेखको की और से उनके लम्बे फिर भी सक्रिय जीवन के लिये ढेर सारी शुभ: कामनाएं ।
इधर एक धून उनकी पियानो एकोर्डियन पर बजाई फिल्म अंदाझ (नौशाद साहब वाली) से प्रस्तूत है । गाने के बोल तू कहे अगर । इस धूनमें मूल गानेमें जहाँ पियानो वादन है, वहाँ इस धूनमें भी पियानो ही है, पर खास बात ये है, कि यह पियानो भी श्री एनोक डेनियेल्स साहब का ही बजाया हुआ है । मेरे पूछने पर कि यह कैसे मूमकिन हुआ, तो उन्होंने मूझे बताया था, कि अलग ट्रेक रेकोर्डिंग का मिक्सींग है । यह एल पी १९७४में जारि हुआ था । जो उस समय के हिसाबसे पूराने गानो का पहेला स्टिरीयो एल पी रेकोर्ड था , जिसमें एक भी विजाणूं साझ बजाया नहीं गया है ।
तो इस मधूर धून का लुफ्त़ उठाईए ।(डो. अजित साहब)

आपको याद होगा, कि श्री युनूसजीने सबसे पहेले मास्टर इब्राहिम के बारेमें रेडियोवाणी पर पोस्ट कि थी, तो किसी वेब साईट की गलती से श्री एनोक डेनियेल्स साहब के वाधवृंद संयोजन वाले आल्बम डान्स टाईम से फिल्म हमराझ की धून ए नीले गगन के तले प्रस्तूत हुई थी । तो इस धून का श्री एनोक डेनियेल्स साहब का पियानो एकोर्डियन पर उनके अपने वाद्यवृन्द संयोजन के साथ सुनिये, जो मैंनें विविध भारती के गुन्जन कार्यक्रमसे ली थी । इस बात करीब १९७४ या १९७५ की है । इस लिये यह धून का असली वर्झन अगर स्टिरीयोमें भी हो तो भी शोर्ट वेव के कारण वह आप इधर मोनो ही सुन पायेंगे और अगर थोडा डिस्टोर्शन भी पा सकते है तो क्षमा करें ।

आज सुबह ८ बजे रेडियो सिलोन भी मेरी जानकारी के आधर पर उनको बधाई देते हुए उनकी एक धून प्रस्तूत करेगा, जिसकी प्रस्तूती श्रीमती पद्दमिनी परेरा की होगी ।
उनका ई मेईल आई डी enoch@vsnl.net
पियुष महेता, एनोक डेनियेल्स

5 comments:

Anonymous said...

पीयूष जी,
आज श्री एनोक डैनियल साहब जन्मदिन है, ये जानकारी हमलोगों से share करने के लिये आपका बहुत बहुत शुक्रिया.
उन्हें जन्मदिन की ढेरों बधाइयाँ. भगवान उन्हें और स्वस्थ जीवन प्रदान करे.
पहली धुन तो क्षण भर में समाप्त हो जाती है,ऐसा क्यूँ? हमराज का वो गाना ’नीले गगन के तले..’ मुझे बेहद पसंद है, उसकी धुन आपने सुनवायी.. आनंद आ गया. पर क्या 1974-1975 में आपने इसे cassette रेकॉर्ड किया था? उस समय क्या वो प्रचलन में आ गया था?

Yunus Khan said...

डैनियल्‍स को मुबारकबाद

डॉ. अजीत कुमार said...

मैंने श्री एनोक डैनियल्स साहब का नाम गलत लिख दिया है,.. डैनियल..
क्षमाप्रार्थी हूँ.

Anonymous said...

एनोक डैनियल साहब को बचपन में रेडियो सिलोन में सुनते रहे और प्रशंसक थे। साल गिरह पर हार्दिक शुभ-कामनाएं ।

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

Happy Birth Day to Mr eric Daniels & his musical rendition was excellent !
Thank you Piyush bhai for this post & music,
warm Rgds,
Lavanya

Post a Comment

आपकी टिप्पणी के लिये धन्यवाद।

अपनी राय दें