गीत पहेली के पिछले अंक में यूनुस भाई और टैली हेल्पर वाले भाई साहब गीत पहचान नहीं पाये.. परन्तु ओर्कुट के राकेशजी और पीयूष भाई ने गीत पहचान लिया। वह उड़न खटोला फिल्म के शीर्षक गीत मेरा सलाम लेजा.. की अंतिम पंक्ति ही थी, पंक्ति के पूरे होते ही दिलीप कुमार का उड़न खटोला दुर्घटना ग्रस्त हो जाता है, अगर पहेली में दिये गीत को ध्यान से सुना जाये तो साफ पता चल जाता है। इस वीडियो को देखिए और इस बहुत ही मधुर गीत का आनन्द लीजिये। ( पहेली में दी गई लाइने 3.17 मिनिट पर आयेगी)
लीजिये प्रस्तुत है पहेली का दूसरा अंक जिसमें हिन्दी पाँच सुप्रसिद्ध गीतों का मुखड़े की धुन ( सिर्फ संगीत) दी है उस धुन से गीत को पहचानना है।
पाँच में से दो तीन तो बहुत ही आसान है देखते हैं कौन कौन पहचान पाता है? :)
सबसे नए तीन पन्ने :
Sunday, April 6, 2008
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
3 comments:
एक शहंशाह ने बनवा के हंसी ताजमहल
खुदा भी आसमां से जब जमीं पर देखता होगा
सारे जमाने में मौसम सुहाने में वीरानी सी ही छाई आप आए बहार आई
किसी राह में किसी मोड़ पर कहीं चल न देना तू छोड़ कर मेरे हमसफ़र
?गीत के बोल जुबां पर नही आ रहे
एक शहंशाह ने बनवा के हंसी ताजमहल
खुदा भी आसमां से जब जमीं पर देखता होगा
जिया ओ जिया ओ जिया कुछ बोल दो दिल का परदा खोल दो
आया रे खिलोने वाला आया रे
सही जवाब है
फिर तेरी कहानी याद आई फिर तेरा फसाना याद आया। फिल्म दिल दिया दर्द लिया
एक शंहशाह ने
खुदा भी आसमां से जब जमीं पर
सारे जमाने से इस दिल दीवाने से
और
यूं तो हमने लाख हंसी देखे हैं
Post a Comment
आपकी टिप्पणी के लिये धन्यवाद।